Osman Ali Khan, known as Asaf Jah VII , the last Nizam of Hyderabad and Berar, ruled from 1911 to September 17, 1948. Khan was proclaimed the richest man in the world by Time Magazine in 1937- a net worth of $210 billion ( 9n 2007 dollars); Time, February 22, 1973.
Tuesday, May 28, 2013
Friday, May 17, 2013
some couplets
खुदा और जुदा
नुक्ता नीचे लगा तौ जुदा हो गया ,
नुक्ता ऊपर लगा तौ खुदा हो गया
आगाहा अपनी मौत से कोई बशर नंही !
सामान सौ बरस का पल की खबर नंही !!
जली को आग कहते हैं , बुझी को राख कहते हैं !
जिनके सारे सबूत जल जांयें , उन नेताओं को बेदाग कहते है !!
आज खुदा ने फिर पूछा , तेरा हंसता चेहरा उदास कुंयों है ?तेरी आँखों में पियास कुयों है?
जिसके पास तेरे लिए वकत ही नहीं , वही तेरे लिए खास कियों है ?
रख होंसला तौ मंजर भी आयेगा ,पिआसे के पास् चल कर समुन्दर भी आयेगा !
थक कर न बेठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी आयेगा !!
सारा जहाँ है उसका जो मुस्कराना सीख ले !
सारी रौशनी है उसकी जो शमा जलना सीख ले !!
हर गली मे है मंदिर, हर राहा मे है मस्जिद !
ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सीख ले !!
नुक्ता नीचे लगा तौ जुदा हो गया ,
नुक्ता ऊपर लगा तौ खुदा हो गया
आगाहा अपनी मौत से कोई बशर नंही !
सामान सौ बरस का पल की खबर नंही !!
जली को आग कहते हैं , बुझी को राख कहते हैं !
जिनके सारे सबूत जल जांयें , उन नेताओं को बेदाग कहते है !!
आज खुदा ने फिर पूछा , तेरा हंसता चेहरा उदास कुंयों है ?तेरी आँखों में पियास कुयों है?
जिसके पास तेरे लिए वकत ही नहीं , वही तेरे लिए खास कियों है ?
रख होंसला तौ मंजर भी आयेगा ,पिआसे के पास् चल कर समुन्दर भी आयेगा !
थक कर न बेठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी आयेगा !!
सारा जहाँ है उसका जो मुस्कराना सीख ले !
सारी रौशनी है उसकी जो शमा जलना सीख ले !!
हर गली मे है मंदिर, हर राहा मे है मस्जिद !
ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सीख ले !!
Sunday, May 12, 2013
Dau Rangi Duniya
एक बाप के दो बेटे , किस्मत जुदा जुदा है , एक भाई बादशाह है , एक कैद में पड़ा है
निकले थे दो मोती - गो एक ह़ी सदफ से , एक पिस रहा है खरल में -एक ताज मे जड़ा है
टहनी पे फूल बाहम गो एक ही चमन थे , एक ज़ुल्फ़ मे लगा है , एक कबर पर चढ़ा है
चन्दन के थे दो टुकड़े , एक साँप के तले है और एक तिलक बन कर माथे पर लग रहा है
किया ही अजब शै है दो रंग यह ज़माना , जो आज बादशाह है , कल को वह ही गदा है
निकले थे दो मोती - गो एक ह़ी सदफ से , एक पिस रहा है खरल में -एक ताज मे जड़ा है
टहनी पे फूल बाहम गो एक ही चमन थे , एक ज़ुल्फ़ मे लगा है , एक कबर पर चढ़ा है
चन्दन के थे दो टुकड़े , एक साँप के तले है और एक तिलक बन कर माथे पर लग रहा है
किया ही अजब शै है दो रंग यह ज़माना , जो आज बादशाह है , कल को वह ही गदा है
OM JAI JAGDISH HARE: Aarti
" OM JAI JADISH HARE " is the most sung devotional song ( aarti ) sung all over the world , each day in Hinduu households and temples. The song was composed by Pandit Sharadha Philauri in or around 1870s. Pandit Sharadha Nand ji was born in Phillaur near Ludhiana in Punjab.
ॐ जय जगदीश हरे ;
सब से अधिक गाये जानेवाला भजन /आरती है जो सभी हिन्दु परिवारों तथा मंदिरों में प्रति दिन सारे संसार मे गाई जाती है ; इसके रचयिता हैं पंडित शरधा फिल्लौरिया जो फिल्लौरिया गाँव मे लुधिअना के पास पंजाब मे पैदा हुए थे ; अथारासोसत्तर मे या उसके आस पास मे इसकी रचना की थी !
ॐ जय जगदीश हरे ;
सब से अधिक गाये जानेवाला भजन /आरती है जो सभी हिन्दु परिवारों तथा मंदिरों में प्रति दिन सारे संसार मे गाई जाती है ; इसके रचयिता हैं पंडित शरधा फिल्लौरिया जो फिल्लौरिया गाँव मे लुधिअना के पास पंजाब मे पैदा हुए थे ; अथारासोसत्तर मे या उसके आस पास मे इसकी रचना की थी !
Saturday, May 4, 2013
WEBSITE for Children: www.sushmajee.com
www.sushmajee.com is fully devoted for religious and spiritual literature and ideas about Puranas, Upanishads, Ramaya, Mahabharat , Geeta etc; Biographies of ancients personalities, Rajas and Rishies etc, religious dictionary and stories etc.
Besides, it includes information about Gayatri Siddhpeeth, Khadesar ( near Kanpur, UP); and
Six very nice publications of Shri Bhagwan Das Lahoti under the name of Daskriti :
Das Kriti - Here are Bhagwan Das Lahoti's works.
(1) Adhyaatm Raamaayan
(2) Raam Gaan - Raamaayan written here in English Language poetry.
(3) Rudra Sanhitaa - A section of Shiv Puraan, in Hindi Language poetry.
(4) Krishn Leelaamrit - Bhaagvat Puraan's 10th Skandh in Hindi Language poetry.
(5) Devee Bhaagvat - Devee Bhaagvat in Hindi language poetry.
(6) Ganesh
But , there is lot of very interesting and useful stuff for the children especially those who live outside of India;
Shishu Sansaar - Materials for children - Stories -
Besides, it includes information about Gayatri Siddhpeeth, Khadesar ( near Kanpur, UP); and
Six very nice publications of Shri Bhagwan Das Lahoti under the name of Daskriti :
Das Kriti - Here are Bhagwan Das Lahoti's works.
(1) Adhyaatm Raamaayan
(2) Raam Gaan - Raamaayan written here in English Language poetry.
(3) Rudra Sanhitaa - A section of Shiv Puraan, in Hindi Language poetry.
(4) Krishn Leelaamrit - Bhaagvat Puraan's 10th Skandh in Hindi Language poetry.
(5) Devee Bhaagvat - Devee Bhaagvat in Hindi language poetry.
(6) Ganesh
But , there is lot of very interesting and useful stuff for the children especially those who live outside of India;
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