खुदा और जुदा
नुक्ता नीचे लगा तौ जुदा हो गया ,
नुक्ता ऊपर लगा तौ खुदा हो गया
आगाहा अपनी मौत से कोई बशर नंही !
सामान सौ बरस का पल की खबर नंही !!
जली को आग कहते हैं , बुझी को राख कहते हैं !
जिनके सारे सबूत जल जांयें , उन नेताओं को बेदाग कहते है !!
आज खुदा ने फिर पूछा , तेरा हंसता चेहरा उदास कुंयों है ?तेरी आँखों में पियास कुयों है?
जिसके पास तेरे लिए वकत ही नहीं , वही तेरे लिए खास कियों है ?
रख होंसला तौ मंजर भी आयेगा ,पिआसे के पास् चल कर समुन्दर भी आयेगा !
थक कर न बेठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी आयेगा !!
सारा जहाँ है उसका जो मुस्कराना सीख ले !
सारी रौशनी है उसकी जो शमा जलना सीख ले !!
हर गली मे है मंदिर, हर राहा मे है मस्जिद !
ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सीख ले !!
नुक्ता नीचे लगा तौ जुदा हो गया ,
नुक्ता ऊपर लगा तौ खुदा हो गया
आगाहा अपनी मौत से कोई बशर नंही !
सामान सौ बरस का पल की खबर नंही !!
जली को आग कहते हैं , बुझी को राख कहते हैं !
जिनके सारे सबूत जल जांयें , उन नेताओं को बेदाग कहते है !!
आज खुदा ने फिर पूछा , तेरा हंसता चेहरा उदास कुंयों है ?तेरी आँखों में पियास कुयों है?
जिसके पास तेरे लिए वकत ही नहीं , वही तेरे लिए खास कियों है ?
रख होंसला तौ मंजर भी आयेगा ,पिआसे के पास् चल कर समुन्दर भी आयेगा !
थक कर न बेठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी आयेगा !!
सारा जहाँ है उसका जो मुस्कराना सीख ले !
सारी रौशनी है उसकी जो शमा जलना सीख ले !!
हर गली मे है मंदिर, हर राहा मे है मस्जिद !
ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सीख ले !!
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