Yaksh asked 125 questions to Yudhishtra which are all philosophical and Metaphysical;
one of the best question is;
"Who is truly happy?"
"A man who cooks in his own house, on the fifth or the sixth part of the day, with scanty vegetables, but who is not in debt and who doesn't stir from home, is truly happy."
This question delves into the core of human existence. It pushes Yudhisthira to look beyond material possessions and fleeting pleasures to define true happiness. It's a question that remains relevant in our own lives today.
Yudhisthira essentially suggests that true happiness lies not in external circumstances, but in a state of inner peace achieved through a simple, debt-free life, self-reliance, and contentment with what one has.
"वास्तव में खुश कौन है?" "वह व्यक्ति जो अपने घर में दिन के पांचवें या छठे पहर में कम सब्जियों के साथ खाना बनाता है, लेकिन जिस पर कर्ज नहीं है और जो घर से बाहर नहीं जाता है, वह वास्तव में खुश है।" यह प्रश्न मानव अस्तित्व के मूल में उतरता है। यह युधिष्ठिर को सच्ची खुशी को परिभाषित करने के लिए भौतिक संपत्ति और क्षणभंगुर सुखों से परे देखने के लिए प्रेरित करता है। यह एक ऐसा प्रश्न है जो आज भी हमारे जीवन में प्रासंगिक बना हुआ है। युधिष्ठिर अनिवार्य रूप से सुझाव देते हैं कि सच्ची ख़ुशी बाहरी परिस्थितियों में नहीं, बल्कि एक सरल, ऋण-मुक्त जीवन, आत्मनिर्भरता और जो कुछ है उसमें संतुष्टि के माध्यम से प्राप्त आंतरिक शांति की स्थिति में है।
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