विधान परिषद में उठेगा कण्व ऋषि आश्रम का मामला
Story Update : Tuesday, September 20, 2011 12:14 AM
बिजनौर। बिजनौर से दस किलोमीटर दूर मालन व गंगा के संगम पर स्थित माता शकुंतला की गृह और भरत की क्रीड़ा स्थली कण्व ऋषि के आश्रम की उपेक्षा का मामला विधान परिषद में गूंजेगा। एमएलसी ने मामला विधान परिषद के पटल पर रखने की तैयारी कर ली है।
विधान परिषद की याचिका समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष व बिजनौर निवासी नसीब पठान का कहना है कि जिले में कई ऐतिहासिक धरोहर हैं। रावली में राजा भरत का जन्म हुआ, जिनके नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा है। यह ऐतिहासिक स्थल वर्तमान में उपेक्षा का शिकार है। इसे महाभारत सर्किल में शामिल करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। बसपा एमएलसी सुबोध पाराशर का कहना है कि वे मामले को विधान परिषद में रखने की तैयारी कर रहे हैं। मामला जनपद ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के सभी लोगों के लिए महत्व रखता है। मुख्यमंत्री को भी व्यक्तिगत रूप से मामले से अवगत कराया जाएगा। रावली और कण्व ऋषि के आश्रम की उपेक्षा के मामले को जल्द ही विधान परिषद में मामले को रखा जाएगा। कांग्रेस नेता नसीब पठान का कहना है कि जरूरत पड़ी तो वे केंद्र सरकार से भी रावली को पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रयास करेंगे। विदुर कुटी के विकास के लिए धनराशि भी मंजूर कराई जाएगी।
नगीना से सपा सांसद यशवीर धोबी और बिजनौर से रालोद सांसद संजय चौहान ने भी मामले को संसद में उठाने की बात कही है । भाजपा प्रदेश मंत्री अशोक कटारिया का कहना है कि मामले को लेकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। कण्व ऋषि का आश्रम दयनीय स्थिति में होना चिंता का विषय है
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