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Friday, May 17, 2013

some couplets

खुदा और जुदा
नुक्ता नीचे लगा तौ जुदा हो गया ,
नुक्ता ऊपर लगा तौ खुदा हो गया

आगाहा  अपनी मौत से कोई बशर नंही !
सामान सौ बरस का पल की खबर नंही !!

जली को आग कहते हैं , बुझी को राख कहते हैं !
जिनके सारे सबूत जल जांयें , उन नेताओं को बेदाग कहते है !!

आज खुदा ने फिर पूछा , तेरा हंसता चेहरा उदास कुंयों है ?तेरी आँखों में पियास कुयों है?
जिसके पास तेरे लिए वकत ही नहीं , वही तेरे लिए खास कियों है ?

रख होंसला तौ मंजर भी आयेगा ,पिआसे के पास् चल कर समुन्दर भी आयेगा !
थक कर न बेठ ऐ मंजिल के मुसाफिर , मंजिल भी मिलेगी, और मिलने का मजा भी आयेगा !!

सारा जहाँ है उसका जो मुस्कराना सीख ले  !
सारी  रौशनी है उसकी जो शमा जलना सीख ले !!
हर गली मे है मंदिर, हर राहा मे है मस्जिद !
ईश्वर है उसका जो सर झुकाना सीख ले !!

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